मृत्यू से पहिले हर मनुष्य को इस तरह दिखते है यमराज


नमस्कार मित्रों 

मित्रों गरुड पुराण मे बताया गया है. कि मृत्यू के देवता माने जाने वाले यमराज हर मनुष्ययो को मृत्यू के पहले कुछ संकेत देते है परंतु लोक आपनी अज्ञानता के कारण संकेत को समझ नही पाते इसलिये आप पहिले ही इस संकेत को समजले और अपने बुरे कर्म कार्य को सुधारे ताकी मृत्यु के बाद आपको नरक की आग में ना चलना पडे.

1)बालो का सफेद होना

मित्रों लोगो की बढती उम्र के साथ उनके बाल सफेद होते हैं लेकिन किसी की मृत्यु नजदीक आती है तो वह बूढ़ा हो या जवान उसके बाल सफेद होने लगते हैं जिसे गरुड़ पुराण में मृत्यु का पहला संकेत माना जाता है यह इस बात का संकेत है कि यमराज उस मनुष्य के आसपास मंडराते हैं या धीरे-धीरे उसके नजदीक आ रहे हैं ऐसे संकेत मिलने पर उस मनुष्य को सभी बुरे कार्य से दूर होना जरूरी है मोह माया की दुनिया से बाहर निकलकर ईश्वर की भक्ति में लीन हो जाए और संभव हो तो धार्मिक यात्रा पर निकल जाए ताकि मृत्यु के बाद उसे मोक्ष की प्राप्ति हो जाए

2)दातों का टूटना

मित्रों बालों के सफेद होने की ही तरह दातों का टूटना भी मनुष्य की बढ़ती उम्र की निशानी है लेकिन गरुड़ पुराण में भगवान विष्णु गुरुड से कहते हैं कि हे गरुड़ जब किसी मनुष्य के दांत टूटते हैं तो मनुष्य की उम्र कितनी भी हो उसे समझ जाना चाहिए कि मृत्यु के देवता यमराज उसके आसपास ही है

3)आंखों के सामने अंधेरा छाना

मित्रों मौत का तीसरा इशारा ज्ञानेंद्रियों से जुड़ा है आंख की रोशनी का कमजोर होना या आंखों के सामने अंधेरा दिखाई देना यह भी इस बात का संकेत है कि मनुष्य की आयु कम हो गई है और आप के साथ-साथ उसकी सुनने की क्षमता कम होने लगती है

4)शरीर के भागों का कमजोर होना

मित्रों मनुष्य के बढ़ती उम्र के साथ उसके शरीर कई अवयव कमजोर या काम करने बंद कर देते हैं मांसपेशियां ढीली होने लगती है और हड्डियां कमजोर होती है मनुष्य को चलने फिरने में बहुत परेशानी झेलनी पड़ती है और हर कार्य के लिए उसे किसी दूसरे व्यक्ति से मदद लेनी पड़ती है और मित्रों ये ही इस बात का इशारा करता है कि आप  भगवान की शरण जाये

5) शीशे में किसी और का चेहरा देखना

मित्रों जब इंसान की मृत्यु करीब होती है तो शीशा देखने पर उसी अपने चेहरे की तरह या किसी और का चेहरा दिखाई पड़ता है या अपना ही चेहरा धुंधला दिखाई देता है ऐसे में मनुष्य को अपना जीवन बड़ी सादगी के साथ जीना चाहिए और अपने जीवन को सार्थक बनाने के लिए कुछ ना कुछ उपाय जरूर करनी चाहिए 

6)शरीर से गंदा आना

मित्रों जैसे धरती पर मनुष्य के शरीर से दुर्गंध आने लगती है और उसी दीपक की खुशबू या सुगंधा आना बंद हो जाए तो समझ जाए कि ऐसे व्यक्ति की उम्र अब ज्यादा दिन नहीं बची पता नहीं इस गंध को मृत्युगंध भी कहते हैं और इस तरह के हालात में मनुष्य को योग साधना में ध्यान लगाना चाहिए इससे मृत्यु के समय परेशानी नहीं होती

7)भोजन करने के बाद ही उसे भूख लगती है

मित्रों मनुष्य को भोजन करने के बाद ही उसे बार बार भूख लगती है और मन में बार-बार खाने की इच्छा बढ़ती है और आपने दांतो को रगड़ना शुरू कर देते हैं या दिन और रात मन में भय उत्पन्न होता है कि कोई साया आसपास है मित्रों ऐसी स्थिति का मतलब यही है कि उस मनुष्य के जीवन में अब ज्यादा दिन नहीं रहे 

8)आठवा संकेत 

मित्रों सपने में उट दक्षिण दिशा की तरफ चल पड़ते तो उसे समझ लेना चाहिए कि उसकी मृत्यु तत्काल होने वाली है और उस व्यक्ति को अपने दोनों कान बंद करने पर अपनी आवाज सुनाई देना बंद हो जाती है और उसकी आंखों की रोशनी खत्म होने लगती है रामायण में भी इस सपने का जिक्र किया है और यदि सपनों में खुद को कीचड़ में समावेश डूबा हुआ दिखता है तो वह मनुष्य तत्काल ही मृत्यु को प्राप्त हो जाता है 

9 )नउवा संकेत 

मित्रों जो मनुष्य सपने में सोने और चांदी की प्रत्यक्ष दर्शन करते हैं तो ऐसे ही मनुष्य की मृत्यु 10 महीने से अधिक नहीं रहती और आपको बता दी कि जो भी मनुष्य इस संकेत को समझ नहीं पाते या नजरअंदाज करते हैं सीधा नरक में जाता है और इसलिए मनुष्य को सभी कर्म से दूर रहना चाहिए और भगवान की पूजा अर्चना करनी चाहिए

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(Disclaimer येथे दिलेली माहिती सामान्य गृहीतके आणि माहितीनुसार आधारित आहे आकाश स्टुडिओ त्यांची पुष्टी करत नाही.

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